Tuesday, November 18, 2025

Modern Warfare, Pros and Cons 25

 सामांतर घड़ाईयाँ (Social Tales of Social Engineering) क्या हैं? 

ये राजनीतिक पार्टियाँ क्यों घड़ती हैं ये सामांतर घड़ाईयाँ? क्या फायदा है, इन्हें ऐसा करके?  

ये समाज को कंट्रोल करने का बहुत बड़ा हथियार है। कोई भी सामांतर घड़ाई तब तक नहीं घड़ी जा सकती है, जब तक उन लोगों या उस समाज या सिस्टम के बारे में अच्छी खासी जानकारी ना हो। जानकारी जितनी ज्यादा सही होगी, उतना ही किसी भी सामांतर घड़ाई को घड़ना आसान होगा। और उतना ही रोकना भी। निर्भर करता है, की आप घड़ने वालों में हैं या रोकने वालों में? 

सामांतर घड़ाई का मतलब जरुरी नहीं सच घड़ना ही हो। सच जैसा या हूबहू जैसा लगे, दिखाना या समझाना है। राजनीतिक पार्टियों की अपनी जरुरतों के अनुसार, घटा बढ़ा कर। अब वो कितना सच या झूठ है? या बिलकुल ही नया घड़ा (सिंथेसिस) गया है, ये कैसे पता चले? जैसे किसी आईने में अगर आप देखें, तो आपका प्रतिबिम्ब दिखाई दे। अब वो प्रतिबिम्ब बिलकुल वैसा दिखा रहा है, जैसे आप हैं या उसमें हेरफेर कर रहा है, ये कैसे पता चला? बहुत मुश्किल भी नहीं है शायद? अगर आप वो इंसान हैं, जिन्हें आईनों के प्रकार नहीं पता, तो भी ज्यादा हेरफेर होने पर तो ये फर्क पहचान ही सकते हैं। लेकिन, थोड़ा बेहतर जानने के लिए, ये पता होना चाहिए की आप किस प्रकार के आईने के सामने खड़े होकर अपना प्रतिबिम्ब देख रहे हैं। ऐसा-सा ही हमारे आज के सिंथेटिक जहाँ पे लागू होता है। जिसको समझना आम इंसान के लिए उतना आसान नहीं होगा, जितना उस synthesis के तौर-तरीकों को समझने वाले के लिए होगा। ऐसे ही जैसे, कोई भी हूबहू-सी दिखने वाली बीमारी या मौत कौन पैदा कर सकता है? वही, जिन्हें उस तरह की बीमारी या मौत के बारे में जितनी ज्यादा जानकारी होगी? कोरोना काल की बिमारियों और मौतों को और उनके तरीकों को अगर हम जानना, समझना शुरु कर दें, तो शायद बहुत कुछ समझ आएगा। और आपने खुद या आपके आसपास ने ऐसा कुछ झेला हो तो? ये सब समझना थोड़ा और आसान हो जाएगा। 

जानने की कोशिश करें थोड़ा, विटिलिगो (vitiligo) के उदहारण से ही? 

या शायद लकवा, हार्ट अटैक, बुखार, Diabetes, Multi organ failure, cancer, stone problem आदि से? क्यूँकि, इस दौरान ऐसा-सा कुछ मैंने या तो खुद कहीं न कहीं भुगता है या आसपास में किसी न किसी को भुगतते देखा है। क्या सच में ये बिमारियाँ थी या हैं इन लोगों को? या इन बिमारियों का या किसी भी बीमारी का सच क्या है? ये सिंथेसिस वाले बेहतर बता पाएँगे या डॉक्टर, वैज्ञानिक, प्रोफेसर आदि? या शायद खुद वो इंसान, जिसने ऐसा कुछ भुगता हो और थोड़ी-बहुत इन सबकी जानकारी भी हो?         

Stone Problem? नहीं थी मगर फिर भी so-called डॉक्टर की मानती तो? March 2020 

Blood Pressure Problem? ना थी, ना है। फिर वो swelling, headache, vomitting वाले symptoms क्या थे? Ram Rahim saga time और घर? H# 30, Type-4? कौन से वाले सिंथेटिक एक्सपेरिमेंट्स चल रहे थे वहाँ? 

Drugs M.Tech स्टूडेंट प्रॉब्लम या H#29 लेबर ड्रामे? 

या 5G या 6G Steroid problem? 

या शायद शिव-धतूरा? यूनिवर्सिटी के H#29 से H# 31 और फिर अंकल के घर गाँव में कैसे पहुँचा ये पौधा? कहाँ से आता है ये वाला माली? रोहतक? यूनिवर्सिटी? या? 

Office tea? या सोडा मिल्क? ये क्या होता है? है ना दुनिया अजब-गजब?  

Boss water pump? Cooler? 

या AC LG और vitiligo? 

पागल कुत्तों या गुंडों या हत्यारों की कौन-सी दुनियाँ है ये? 

चलो, ज्यादा बिमारियों पे नहीं जाते। क्यूँकि, हर एक बीमारी पे जाने कितनी सारी कहानियाँ हैं, यहाँ-वहाँ। और वो सब कहानियाँ या सामांतर घड़ाईयाँ मिलकर, कोई और ही तरह के कांडों की सैर करवाती हैं। अभी सिर्फ विटिलिगो (vitiligo) की सामांतर घड़ाई की सैर पर चलेंगे। 

Modern Warfare, Pros and Cons 24

 ज्यादा 5, 7 मत कर, 9, 2, 11 कर दूँगी। पढ़ा था कहीं?

और फिर ये मूवी जाने कहाँ से यूट्यूब पर आ टपकी। 

देखी थी मैंने?



पता नहीं कहाँ कैसे और किन लोगों के झगड़े, आपकी ज़िंदगी को भी लपेटते जाते हैं? होता है ऐसे, आम लोगों के साथ भी? शायद? जैसे साँड़ों के बीच में झाड़। और जाने कौन लोग या कौन, कौन आपकी ज़िंदगी की ठेकेदारी लेने लगते हैं? जिम्मेदारी और ठेकेदारी में इतना ही अंतर होता है, जितना दिन और रात में? इस लड़ाई में लगे लोगों का अहम टारगेट लड़कियाँ होती हैं? इधर भी और उधर भी? जाने कौन, किसको अपने भाई या दोस्त के लिए पसंद है और कौन, किसको कहाँ फिट करना चाहते हैं या कहीं और धकेलना चाहते हैं? कुछ लड़कियाँ वक़्त रहते इन भद्दे जालों से निकल पाती हैं। और कुछ? वक़्त के साथ, ज्यादा और ज्यादा शिकार। ऐसा क्यों? पढ़ी, लिखे और समझदार आसपास का और कम पढ़े लिखे, ज्यादातर गाँव तक सिमित आसपास का बहुत फर्क होता है? पढ़े लिखे लोग, उन लड़कियों को साथ लेकर चलते हैं। लड़कियों के निर्णयों का सम्मान करते हैं और हर कदम पर उनके साथ खड़े होते हैं। कम पढ़े लिखे, ज्यादातर गाँव तक सिमित लोगों के यहाँ इसका उल्टा होता है। वहाँ इन so called अपनों को बीच में इसलिए लिया जाता है, ताकी अपने टारगेट का सफाया आसानी से किया जा सके। तरीके जिसके हज़ारों हैं। छुपम छुपाई खेलना उसका अहम हिस्सा है। उसपे कहीं इन लोगों को कुत्तों के टुकड़ों की तरह लालच के छोटे-मोटे टुकड़े डाले जाते हैं, तो कहीं, किन्हीं तरह के दबाव या डर दिए जाते हैं। सबसे बड़ी बात, इन आसपास वालों को बीच में कब लिया जाता है? सालों, दशकों बाद, जब कोई लड़की इन कांड़ों को पब्लिक करने लगती है।            

2010 में कोई काँड होता है, जिसे ऑफिसियल भागीदारी का काँड बोलते हैं? ऑफिसियल भागीदारी? उस जगह भी, जहाँ कोई लड़की पढ़ाती है? और किन्हीं कोर्ट्स या सुप्रीम कोर्ट की भी? ये सब खुद उस लड़की को तब पता चलने लगता है, जब राजनितिक पार्टियाँ एक दूसरे पर कीचड़ उछालते हुए, एक दूसरे के काँड बाहर निकालती हैं। वो लड़की जब प्रश्न करने लगती है, तो कहीं से ठोस डॉक्युमेंट्स मिलते हैं और कहीं लोग भगौडे होने लगने हैं। कुछ उन डॉक्युमेंट्स को किसी भी कीमत पर बाहर नहीं आने देना चाहते। कुछ उन डॉक्युमेंट्स को, जो पब्लिक होने चाहिए, पब्लिक करने वालों की जान के दुश्मन हो जाते हैं। 

ऐसा क्या है, उन डॉक्युमेंट्स में? हमारे समाज का, उसकी भद्दी राजनीती का और उनके बनाए सिस्टम की पोलखोल का काम हैं वो डॉक्युमेंट्स। जो कहीं न कहीं इसका ठोस सबूत हैं, की जन्म से लेकर मर्त्यु तक, कैसे बड़ी-बड़ी कंपनियों और राजनीतिक पार्टियों ने लोगों को जुए में धकेला हुआ है। जिसमें गोटी के जैसे, हर इंसान पर दाँव है, वो आम इंसान तक, चाहे जिसके पास ज़िंदगी को जीने के लिए आम सी सुविधाएँ तक ना हों। यही सिस्टम और राजनितिक पार्टियाँ उस आम इंसान तक को बिमारियों और मौतों तक धकेल रहा है। आपके भगवानों के जैसे कह रहा हो जैसे, चलो अगला नंबर तुम्हारा। क्यूँकि, तरह तरह के भगवान भी यही राजनीतिक पार्टियाँ और बड़ी बड़ी कम्पनियाँ घड रही है।   

Modern Warfare, Pros and Cons 23

 कई महीने पहले पढ़ी होगी ये पोस्ट आपने?


Release my saving to this day happenings

वो कौन से इलेक्शन थे, जब MDU Finance Officer ने बोला था की अभी इलेक्शंस चल रहे हैं, वहाँ व्यस्त हैं? रितु की मौत के आसपास कौन से इलेक्शंस चल रहे थे? 

उसके बाद से क्या चल रहा है? इलेक्शन ही चल रहे हैं। कभी ये राज्य और कभी वो राज्य और कभी लोकसभा? क्या बकवास है ये? 

बिहार इलेक्शंस?

बिहार के इलेक्शंस की preparation में बिहारी लोग हरि याना (?) के खेतों में धान उगाने आते हैं शायद? बारिश बहुत अच्छी होती है? और ये बिहार डूबता कब-कब है? बिहार या हरियाणा या पंजाब? या दिल्ली? या असम? ये साँग अपनी तो समझ से बाहर है। कुछ ज्यादा ही काम्प्लेक्स नहीं है? पॉलिटिकल पंडित क्या-क्या पढ़ते होंगे? जबसे रितु गई है, तबसे ही कहीं न कहीं इलेक्शंस चल रहे हैं। क्यों, पहले नहीं होते थे वो? होते होंगे, मगर मेरे forms के साथ शायद तब इतना घपला नहीं होता था। या शायद होता भी होगा, तो मुझे इतनी खबर नहीं थी। थोड़ी बहुत ही थी। एक बायो का इंसान कहाँ-कहाँ निपटे? पहले spelling mistakes इधर उधर, फिर शब्दों की हेरा फेरी। फिर कलाकारों ने emails के attachment ही बदल डाले। आपको पता ही ना चले की क्या का क्या हो रहा है? एक ऐसी ही हेराफेरी के बाद ही कोई plane crash हुआ था। जैसे कह रहे हों, की अब भी पकड़ना चाहोगे कोई फ्लाइट? थोड़ा रुककर आपने कहीं और भर दिया form । पता नहीं कैसी-कैसी चिड़िया दिखा रहे हैं और कैसे-कैसे एक्टिव, इनएक्टिव :( 

उससे भी बड़ी हद तो जब हो गई, जब कहीं और अप्लाई करने की सोची। सिर्फ सोची? हाँ, मैं कई पोस्ट्स पर टिक मार्क लगाकर एक फ़ोल्डर बना देती हूँ कहीं। और इन कलाकारों को पता होता है की इनमें से ही किसी पे अप्लाई करेगी। किसी पोस्ट पर मुझे लगा की मैंने अप्लाई ही नहीं किया। और ये क्या? इन कलाकारों ने अप्लाई दिखा दिया? ये तो जब न्यूज़ चली की फॉर्म अपने आप भरे जा रहे हैं और उनमें ऐसा-ऐसा हो रहा है सुना, तब दिमाग की बत्ती ने काम किया। अच्छा? डाउनलोड तो कर इन्होने वहाँ CV या Cover लैटर के नाम पर भरा क्या है? उफ़। किसी स्कूल में चपड़ासी की भी पोस्ट ना मिले। 

फिर सोचा चल तब तक आसपास ही कहीं प्रोजेक्ट ले ले। वो तो मिल ही जाएगा। लो जी। लेकर तो दिखाओ। वो वेबसाइट ही नहीं खुलने दे रहे। या उलटी पुलटी तारीख दिखा रहे हैं। कौन-सी दुनियाँ है ये? जो नौकरी थी, ना वो करने दी। ना कहीं सेलेक्ट होने देंगे। और ना ही खुद का कोई काम करने देंगे। ऐसे तो कब तक जियेगा कोई? गुंडागर्दी की सब हदें, सब सीमाएँ पार। 

इन्हीं को इलेक्शंस कहते हैं क्या? अगर हाँ, तो खुल के बात करो। क्यों कोढ़ म कोढ़ लगे हुए हो और जनता का भी फद्दू काट रहे हो? अरे नितीश बाबू, प्रशांत जी ये आपके राज्य में चल क्या रहा है?   

इस सबसे कोई बीमारी भी निकलती है क्या? कुछ भी? ये 2020 में फिजियोलॉजी में नोबल प्राइज किसे मिला था? कौन सी यूनिवर्सिटी? कहाँ?    

कौन सी बीमारी?

Hepatitus C और Liver का आपस में कोई लेना-देना है? और जिसको उस दिन कोई बीमारी बताई, उसका? उफ़। कौन-सी दुनियाँ है?

कहाँ का कहाँ, क्या कुछ मिलता जुलता सा है? पहले भी यहाँ-वहाँ के इलेक्शंस में ऐसा-सा ही कुछ चलता बताया? हमारी भोली-भाली जनता को इस सबको समझने की जरुरत है। 

Modern Warfare, Pros and Cons 22

 Border Issues or Neighbourly issues?

Or interactions or wars or hypes or underrated issues?

युद्ध और बीमारी ? एक ही बात हैं?

या किसी पर अचानक हमला या धीरे-धीरे छुपे रुस्तम से, बिना दिखे या समझ आए, खोखला करना?

या और भी कितने ही तरीके हो सकते हैं?    

Burn?

out?

Burnout? 

Acid Attacks?

Acidify?

Acidified?

और भी कितनी ही तरह के नाम हो सकते हैं, मिलते-जुलते से, किसी बीमारी को या उसके लक्षणों को पहचानने के? बताने के? और बचने के या बचाने के?  ये हर बीमारी पर, हर तरह के लड़ाई झगड़े पर और हर तरह के हमले पर लागू होता है। 

जब इस बीमारी से पहली बार आमना सामना हुआ या पता चला की ऐसा कुछ शुरु हो चुका है तो मैं यूनिवर्सिटी रही थी (2018?)। H#30, Type-4   शायद इसके इंगलिश version से हम थोड़ा बेहतर समझ पाएँ? 

H# 3 0     

T Y P E - 4 

रौचक लग रहा है?

M D U 

R O H  T A K 

124001 

at place 1?

1 =1 

2 =2 

3 =4 

4 =0 

5 =0 

6 =1 

शायद किसी पार्टी का कोढ़?

इस घर के एक तरफ H # 29, TYPE- 4 

और दूसरी तरफ? H # 31, TYPE- 4 

आगे? T - POINT  (one side small portion part only)

पीछे? Rose Garden

Type 29 खाली था, Professor Gulshan Taneja, Math ने किया था, मेरे H#30, Type-4 में जाने के कुछ महीनों बाद ही। जो बाद में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार भी बने और अब शायद रिटायर हो चुके। 

H # 31, TYPE- 4 Professor Renu, Geography. उन्होंने भी मेरे Resignation के एक या 2 साल बाद खाली कर दिया था? शायद अपना खुद का घर कहीं आसपास ही बना लिया था। 

T - POINT के दोनों तरफ के मकानों में कौन-कौन थे? और T- POINT जहाँ खत्म हो रहा था, वहाँ 9J- TYPE में? 

चलो इतना दूर नहीं जाते। सिर्फ, आजू, बाजू या आगे, पीछे को जाने? या शायद पीछे या आगे, आजू या बाजू के सिर्फ पेड़-पौधों को ?     

पेड़-पौधों को ही क्यों?

अगर आप MDU के उस खास पते पर हैं, तो पेड़-पौधे? खासकर, H #29 की आगे की दिवार के साथ उगाया हुआ ये पौधा?  

ये तो जैसे कोई केमिकल छिड़का हुआ है किसी ने? 

और मदीना आ गए, अपने पड़ दादा के खँडहर में तो?  

इंसानों, कुत्तों और बाकी जानवरों को भी?

इंसान, कुत्ते, गाएँ, गधे, साँड़ अभी आसपास दिखाई नहीं दे रहे। आएँगे तो फोटो लगेंगी उनकी।     


और इसके बाद जो पता बदलने वाला है, वहाँ गए तो? वैसे कौन सा पता होगा? अभी पता नहीं :) मगर इतना पता है अब और ज्यादा वक़्त इस खंडहर में तो नहीं रहना।  

एक पता बदलने से ही किसी भी बीमारी का क्या कुछ बदल जाता है?

वो कम हो जाती है? या बढ़ जाती है?

जहाँ है, वहीँ रुक जाती है या खत्म ही हो जाती है?

निर्भर करता है, की पता बदलने से उस बीमारी को प्रभावित करने वाले कौन-कौन से कारक या कारण बदल जाते हैं?

Break down the process or methodology in steps to that last point you can. And check the contributing factors or factors which act as hurdles or stoppers in those contributing factors. 

बस इतनी-सी बात? माहौल या सिस्टम बहुत कुछ बदलता है? तो शायद किसी भी बीमारी के ईलाज के लिए या रोकथाम के लिए, इस माहौल या सिस्टम और इनके राजनीतिक कोढों को जानना बहुत जरुरी है। और ये ना सिर्फ हर बीमारी पर लागू होता है, बल्की, आपके घर की खुशहाली या बदहाली पर भी। आपके रिश्तों में मिठास या कड़वाहट पर भी। आपके आगे बढ़ने या पीछे खदेड़े जाने की कोशिशों पर भी। 

Vitiligo पर आगे भी आपको काफी कुछ पढ़ने को मिलेगा। शायद कुछ लोगों को उसका थोड़ा बहुत फायदा भी हो।  

इसके साथ-साथ कुछ और बीमारियाँ हैं आसपास, जिन्होंने, इस कोढ़ सिस्टम के बारे में कहीं ज्यादा समझाया या बताया है शायद।  आएँगे आगे कहीं पोस्ट्स में, उनपर भी।   

Modern Warfare, Pros and Cons 21

विटिलिगो (vitiligo) की सामांतर घड़ाई की सैर पर चलें?

It's too painful, too stressful, even talking about too manipulative ways of this synthesis and its effects. 

Synthesis?

But why synthesis? Upto what extent anyone can do synthesis in a time gap period of 15-20 years? Or in some cases maybe even more? How much people remember or better to say care to remember after such a long period? That's also those people, who were harmful in any way or obstacles in life? And importantly, after some time, one has not even any kinda interactions there. Rather should say, willingly avoided some. Even hated some. But yes, computers do remember. You can synthesize so much there and can aaply that in real life. Right? That's what data collectors and its users or abusers are doing around the world?

What about social synthesis? Social engineering? 

Have already gone too far? Especially for the sake of forensic or in a try to get some special results? Or say, to create some specific codes or numbers to get some chairs? And they say, humans, especially common people are just collateral damage in such wars.   

Not so educated people, still do not know abc about that. They are still in their own world of geeta-gyan or Ramayan, Mahabharat. Rather should say, it's an entirely different world than this world, which has gone in the direction of robotic synthesis and kinda robotic control over population. And what about ways of synthesis? At times seems, so simple, that difficult to believe that things can happen even like that? And at times, so complex, that one can only wonder, how it has been managed? And what kinda impact such synthesis could have on those people's lives on whom it has been experimented? Who cares? At times life threatening? At times, even suicide or so-called deaths? What kinda society, these people are engineering? Are there any challengers to them? Sure, all officers around the world are not of criminal mindset. Maybe only few percent? Wonder, if all officers around the world, even know about such things or synthesis? Then they maybe civilians or defence. 

Beyond this higher strata of sociaty, should not people in other strata of society know about such social engineering? As such things are impacting worse lower stratas of society. They have neither this knowledge, nor resources to deal with the harmful effects of such social engineering by these gamblers. 

Real life case studies of any social level, can throw a light on that knowledge better. So first such case study is vitiligo. As you can talk and explain better what you are experiencing yourself, and on that have little bit knowledge of that field also.

In university, I have not seen many cases with vitiligo. Maybe one or two, but with single patch or on some restricted part of body, even after many years. 

Personal experience of vitiligo says"It's nothing but acidic attacks by harmful chemicals, some stress and literal burns." 

Literal burns? But doctors and patients of this disease talk something else. Like?

इसमें कोई दर्द नहीं होता? कितना सच है इसमें? 

इसके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं हैं? बिलकुल झूठ? 


और 

डॉक्टर जो दवाई देते हैं, वो इसे घटाती है या बढाती हैं?    

इससे बचने के तरीके क्या हैं?

और होने पर सही ईलाज या आगे बढ़ने से रोकने के तरीके क्या हैं?

क्या इसे रिवर्स गियर पे रखा जा सकता है? या बिलकुल ठीक किया जा सकता है? ऐसा हुआ तो कई सारी और ऐसी-सी या इससे जुड़ी बिमारियों के ईलाज भी संभव हो जाएँगे। जैसे बालों का सफ़ेद होना। जैसे त्वचा कैंसर की रोकथाम? जैसे त्वचा या पिग्मेंट से सम्बंधित और कई तरह की बिमारियाँ?   

जानने की कोशिश करें? आगे पोस्ट में।  

Modern Warfare, Pros and Cons 20

 सफ़ेद युद्ध? या सफ़ेद के खिलाफ युद्ध?  सुना जैसे कहीं, "घणी धोली सै तू? आजा तैने धोली बनाऊँ।"  

Deteriorating? Depreciating? Diminishing? Disparaging? Or Belittling something?

Like?      


Your system is talking to you? 

Do you wanna talk, interact or ignore? 

What do you wanna talk? 

Where do you wanna interact? 

Or whom or what you wanna ignore?

चलो पीछे पोस्ट में लिखा था की कुछ खास तरह के जानवर जब सामने आएँगे तो उनकी फोटो लेकर यहाँ लगाऊँगी। 





आसपास और भी ऐसे से कई तरह के जानवर हैं। 
जिनमें इंसान भी हैं। 
मतलब?

सिस्टम सिर्फ कुछ कह नहीं रहा, बल्की, दहाड़ रहा हो जैसे?
कैसे? 
अभी इन्हें निहारो। 
ये हमारे खास स्कूल के साथ के जीव हैं? और मुझे लगा ये घरों के आसपास ही दिखते हैं? मतलब, यहाँ खेतों के जमीन और पानी भी जहर हैं? पर इस स्कूल के आसपास तो मीठा पानी है। फिर ऐसा क्या खाते पीते हैं ये? या कैसी हवा या मिट्टी में रहते हैं?    
 

आगे और फोटो से शायद कुछ समझ आए?

Modern Warfare, Pros and Cons 19

 White and Grey warfare?

Or White and Black warfare?

Both one and same thing or different?

सोचो की ये क्या है? और आप इसे कहाँ-कहाँ और किस या कैसे-कैसे रुप में देख, सुन या समझ पा रहे हैं? बिहार इलेक्शन का इन सबसे क्या लेना देना? या कहीं के भी इलेक्शन से? सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्की, बाहर भी?